दून विश्वविद्यालय के रंगमंच विभाग द्वारा आयोजित रंगमंच कार्यशाला का समापन
दून विश्वविद्यालय के रंगमंच विभाग द्वारा आयोजित रंगमंच कार्यशाला का समापन
देहरादून : दून विश्वविद्यालय के रंगमंच विभाग द्वारा के० सी० पब्लिक स्कूल गोविंदगढ़, देहरादून में एक पंद्रह दिवसीय रंगमंच कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के समापन पर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भारतेंदु हरिश्चंद्र के प्रसिद्ध नाटक “अंधेर नगरी चौपट राजा” का प्रभावशाली मंचन किया।
कार्यशाला के बारे में प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल का कहना
प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल, कुलपति दून विश्वविद्यालय ने कहा कि छात्र-छात्राएं स्कूलों में बच्चों को रंगमंच का प्रशिक्षण देने के साथ-साथ नाट्यशास्त्र का भी ज्ञान दे रहे हैं जो कि हमारी भारतीय संस्कृति का एक परिचायक है। उन्होंने कहा कि रंगमंच व्यक्तित्व विकास के लिए महत्वपूर्ण है और यह जीवन को समझने का एक नया दृष्टिकोण देता है।
नाटक की कहानी और इसका महत्व
नाटक “अंधेर नगरी चौपट राजा” की कहानी में दो साधु आते हैं, महंत और उनके दो शिष्य गोवर्धनदास और नारायणदास। यह नाटक तत्कालीन समाज और शासन व्यवस्था पर एक तीखा व्यंग्य है। भारतेंदु ने मूर्ख राजा और भ्रष्ट अधिकारियों के माध्यम से अन्याय, अव्यवस्था और विवेकहीनता पर करारा प्रहार किया है।
कार्यशाला में सीखे गए महत्वपूर्ण कौशल
इस कार्यशाला में बच्चों ने चेहरे के भाव, शारीरिक भाषा, आवाज का उतार-चढ़ाव और चरित्र चित्रण के मूल तत्वों के परिचय को समझा। बच्चों को अपनी कहानियाँ बनाने और उन्हें नाटकीय रूप में प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। संवाद लेखन और प्रभावी संवाद अदायगी पर ध्यान केंद्रित किया गया।
नाटक में भाग लेने वाले विद्यार्थी
नाटक में निखिल- गुरु, कृष्णा -शिष्य, यश-शिष्य, संजित-राजा, सेनापति-वैभव, दुकानदार एक-अनु, दुकानदार दो- वरदान, पानी वाला -सचिन पांडे, चूड़ी वाली -अन्यया, वरदान -ग्राहक, वैभव- सेनापति, कृतिका- मिठाई वाली, आकृति- मुरमुरे वाली, यश – शिष्य आदि विद्यार्थियों ने नाटक में प्रतिभाग किया।
कार्यशाला को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका
कार्यशाला को और अधिक सुंदर और बेहतर बनाने के लिए रंगमंच विभाग के शिक्षक डॉ अजीत पंवार और कैलाश कंडवाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर राजेश भारद्वाज, सरिता बहुगुणा, सरिता भट्ट, सोनिया वालिया, अंजेश कुमार, नितिन, रजत गोयल आदि लोग उपस्थित थे।