
स्वास्थ्य सचिव द्वारा बताया गया कि विभिन्न जनपदों में झोला छाप डॉक्टरों द्वारा गलत तरीके से लोगों का इलाज किया जा रहा है जिसकी कई तरह की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। अतः प्रत्येक जनपद यह सुनिश्चित करें कि आमजन के स्वाथ्स्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड नहीं किया जा सकता। सभी जनपद यह सुनिश्चित करें कि ऐसे मामलों में नियमानुसार तत्काल कार्यवाही करना सुनिश्ति करे। डेंगू रोगियों का उपचार कर रहे झोलाछाप डॉक्टरों पर अंकुश लगाया जाए। लोगों में गंभीर लक्षण होने पर सीधे रजिस्टर्ड मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थान में ही इलाज कराए जाने हेतु प्रोत्साहित किया जाए।
वीडियों कॉन्फ्रेसिंग में जिलाधिकारी नैनीताल वंदना, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भागीरथी जोशी, जनपद हरिद्वार से जिलाधिकारी धीरज गर्बरियाल, नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती, जनपद पौडी से जिलाधिकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ0 प्रवीण कुमार, जनपद देहरादून से मुख्य नगर आयुक्त देहरादून मनोज गोयल, ए.डी.एम देहरादून राकेश शरद शर्मा जुडे तथा समीक्षा बैठक में महानिदेषक स्वास्थ्य डॉ0 विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा, डॉ आशुतोश सयाना, निदेशक राज्य रक्त संचरण परिशद, डॉ. अजय नागरकर, संयुक्त आयुक्त डॉ0 आर0 के0 सिंह, कार्यक्रम अधिकारी एन0एच0एम डॉ पंकज सिह आदि उपस्थित थे।